tag:blogger.com,1999:blog-85176859979661445322024-03-04T22:00:57.352-08:00भानूमती का पिटाराStuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-15223482108143141412021-09-01T04:43:00.001-07:002021-09-01T04:43:17.210-07:00 सुबह की चाय, सनराईज़ और तुम सुबह की चाय, सनराईज़ और तुम पता है तीनो में कॉमन क्या है? तीनो बस पालक झपकते गुलाबी शाम की तरह सरक जाते हैं पलाश के फूलों से रंगे आसमान को को ठीक से निहार लूँ, फिर उस हलकी दरकी हुयी सफ़ेद कप से चाय की चुस्की को गले के नीचे उतार कर तुम्हे कह सकूं "थोड़ी देर और नहीं रुक सकते?"तुम कुछ वैसे जैसे मलमल के पत्तों पर पानी की बूंदों का सँभलने से पहले ही ढलक जाना बुगनबेलिए के फूलों की तरह,Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-79522924105793404772021-08-30T18:19:00.000-07:002021-08-30T18:19:42.392-07:00कश्मीरी शॉल मेरी भागती हुई शाम और तुम्हारी अलसायी सी सुबहएक असहज सा फोन कॉल जिसमे नाम मात्र भर का परिचयफिर अचानक एक दिन मैंने तुम्हारी पीली वाली T Shirt पर तुम्हे टोका मुझे आज भी याद नहीं क्यों, तुम एक कॉन्टैक्ट नंबर ही तो थे उस उमस भरी दोपहरी में पहाड़ों में सबसे दूर, झील के किनारे मैं एक लकड़ी के घरोंदे में सुकून से थी न जाने कैसे तुम्हारे साथ बातों का तानाबाना बुनती चली गयी और मैं उसी में उलझ करStuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-32976992861641924322011-12-09T09:34:00.000-08:002011-12-09T12:40:30.214-08:00'लेडिस' से त्रस्त जेंट्सहमारे देश में एक तरफ तो महिलाओं की बराबर की हिस्सेदारी की बात होती है, तो वहीँ दूसरी ओर महिलायें खुद महिला होने का फायदा उठाती हैं. जी नहीं, ये कोई नारीवाद के ऊपर लेख नहीं है...अरे महाराज पढ़िए ना आगे...१. आपने तीन महीने पहले ट्रेन की टिकट कटवाई, लोअर बर्थ मिली, आप समय से प्लेटफार्म पहुंचे, ट्रेन में चढ़े, सामान रखा...थोडा सुस्ता कर चश्मा निकाल कर अखबार पढना चालू ही किया था की किसी 'भाई साब' ने Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com28tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-2784791901873742162011-07-07T09:35:00.000-07:002021-09-01T07:48:51.366-07:00रैपिडेक्स टिपण्णी कोर्स - मात्र दस मिनट में टिपण्णी करना सीखेंमैंने ब्लॉग जगत के बड़े बुजुर्गों से अपने ब्लॉग को सफलता के पायदान पर ऊपर बढाने के लिए कुछ जड़ीबूटी देने को कहा था. सौ बात की एक बात पता चली की "दूसरे के ब्लॉग पर टिपियाना मत भूलना". वैसे तो बाजार में नाना प्रकार के डिक्सनरी उपलब्ध हैं लेकिन ये डिक्सनरी मार्केट में उपलब्ध बाकी डिक्सनरी से बिलकुल अलग है.इसमें कमेन्ट को अलग अलग पार्ट में बांटा गया है. जैसे, अगर आप जल्दी में हैं, पोस्ट पढने का समय Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com64tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-59263802311451440082011-05-15T22:04:00.001-07:002011-05-15T22:12:30.601-07:00बधाई हो..सरकार सुनने लगे हैं!मेरे नाना नानी को इस महीने की नौ तारीख को थाईलैंड जाना था. जनवरी में उन्होंने अपने पासपोर्ट के लिए अप्लाई कर दिया था. नानाजी का पासपोर्ट समय पर आ गया, लेकिन नानी के पासपोर्ट में समस्या हो रही थी. क्षेत्र के पुलिस विभाग के एक अधिकारी उनसे पुलिस रिपोर्ट भेजने के लिए पैसे की मांग कर रहे थे. नानाजी कुछ पैसे तो दे चुके थे, लेकिन वो और पैसे की मांग कर रहे थे. ये सब तमाशा होते होते अप्रैल आधा बीत चला थाStuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com15tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-83314017548863218172011-04-28T20:11:00.000-07:002011-04-28T20:29:22.886-07:00आईये आईये...पटना दरभंगा...मुझे 'पवन' के कार्टून बहुत पसंद हैं. आज सुबह पेपर पढ़ रही थी तो इसे देखा, और देखते ही हंसी रुके नहीं रुक रही थी, तो थोडा आप सब भी हंस लीजिए! :)Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com18tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-17984972497161860422011-04-11T19:02:00.000-07:002011-04-11T22:02:24.859-07:00बिहारफ़ोर्डवा डिक्शनरीप्रस्तुत है - बिहार के ईस्पेसल डिक्सनरी से कुछ शब्द " कपड़ा फींच लो, बरतन मईंस लो, ललुआ, ख़चड़ा, खच्चड़, ऐहो, सूना न, ले लोट्टा, ढ़हलेल, धुत्त मरदे, ए गो, दू गो, भकलोल, छछ्लोल, बकलाहा, का रे, टेसन (स्टेशन), चमेटा (थप्पड़), ससपेन (स्सपेंस), हम तो अकबका (चौंक) गए, जोन है सोन, जे हे से कि, कहाँ गए थे आज समवा (शाम) को?, बत्तिया बुता (बुझा) दे, सक-पका गए, और एक ठो रोटी दो, कपार (सिर), तेंदुलकरवा गर्दाStuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com34tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-35127121118722678762011-01-16T17:09:00.000-08:002011-01-16T18:28:26.461-08:00भोजपुरी का दूसरा नाम अश्लीलता?आजकल के भोजपुरी फिल्मों और गानों का हाल देखा है आपने? नंगा नाच बना के रख दिया है. चाहे आप गीतों के बोल देख लीजिये या फिर विडियो में नाच रही महिला के कपडे और उसके शरीर पर जूम कर रहे कैमरे का एंगील. इतना ज्यादा भौंडापन, इतनी अश्लीलता भर दी है इन लोगों ने की आप वीडीओ को देखना तो दूर, अपने बड़े-छोटों के साथ बैठ कर इन गानों को सुन तक नहीं सकते. 99% गीत द्वि-अर्थिय होते हैं. गीत के बोल भले ही 'फूल या Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com19tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-31042803149358378612010-12-10T14:25:00.000-08:002010-12-10T16:16:09.159-08:00हेलन का कुत्ताब्रूक्स की फोटो मेरी मित्र हैं हेलन. उनके कुत्ते का नाम है 'ब्रूक्स'. हाल ही में हेलन को दस दिन के लिए दूसरे शहर जाना था और वो किसी कारणवश ब्रूक्स को अपने साथ नहीं ले जा सकती थीं. तो उन्होंने ब्रूक्स के लिए दस दिन का 'पेट होटल' (जी हाँ, सही पढ़ा आपने. यहाँ जानवरों के लिए अलग से होटल है)बुक करवाया. हेलन अभी अभी लौट के आई हैं, और आज लंच पर मैंने उत्सुक्तावश उनसे 'जानवरों के होटल' के बारे में पूछा. Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com21tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-73759267735900665872010-11-20T07:12:00.000-08:002010-11-20T07:18:06.239-08:00अमेरिका में मुन्नीहमारे अपार्टमेंट का वार्षिक दिवाली महोत्सव जहाँ बच्चे, बूढ़े और जवान सभी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं! ये गाना मैंने इन बच्चों के लिए तैयार करवाया था, तो देखिये की "मुन्नी" यहाँ अमेरिका में भी कैसे तहलका मचा रही हैं!Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com9tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-39385538136826472192010-11-02T11:42:00.000-07:002011-03-22T19:43:24.760-07:00बिहारी जी.पी.एस सेवाविज्ञान की अनगिनत सुविधाओं में से एक है जी.पी.एस., जहाँ जाना हो वहां का पता उसमे डालिए, सैटेलाईट की मदद से जी.पी.एस आपको मार्ग-दर्शन करवाएगा. ऐसी सेवा भारत के बड़े राज्यों में शुरू कर दी गयी है, लेकिन मैं सोच रही थी की यही सेवा अगर बिहार में बिहार के ही अनूठे अंदाज़ में शुरू की जायेगी तो कैसा रहेगा? हमें किस किस तरह मार्ग दर्शन करवाएगा?जी.पी.एस ऑन करते ही कुछ आवाज़ आएगी - "कहाँ जाना है जी? आएँ?? Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com18tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-46106641330520036422010-09-18T14:22:00.000-07:002010-09-18T16:53:33.505-07:00सीखलगता है दिमाग में जंग सा लगता जा रहा है. जंग भौतिक सुख का, आरामखोरी का, पैसों का. बस सब कुछ चाहिए....किसी तरह. कभी कभी सोचती हूँ की माँ पापा ने ऐसा तो नहीं सिखाया था फिर ऐसी कैसी हो गयी मैं? स्वार्थी...पता नहीं ये सिर्फ मेरे साथ ही होता है या सबके साथ की जब भी लाइफ में थोडा 'उड़' रही होती हूँ, तभी इश्वर ऐसी रचना रचता है की धरातल पर आ जाती हूँ. जीवन की कडवी सच्चाई आँखों के सामने तैर जाती है और Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com16tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-13270157731771552982010-08-01T22:26:00.000-07:002010-08-01T23:47:52.208-07:00बाज़ार जनित बीमारियाँभारत में कुछ सालों से नए नए प्रकार की बीमारियाँ फ़ैल गयी हैं, जिनका इलाज करने के बजाये सभी उससे पैसा भुनाने में लगे हुए हैं! इनके नाम हैं फ्रेंडशिप डे, वैलेंटाइन डे इत्यादी. इनका जितना बुखार मैंने इंडिया में देखा है, वैसा किसी और देश में नहीं देखा है.जनवरी से ही टी वी पर ऐसे कार्यक्रमों का तांता लग जाता है. चाहे वो कोई सीरियल ही क्यूँ ना हो, उसमे भी एक स्पेशल एपिसोड इसपर न्योछावर कर दिया जाता है!Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com26tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-33912202946107241732010-07-18T11:34:00.001-07:002010-07-18T17:26:54.163-07:00अमानतआज सुबह घर पर फोन किया तो पापा ने बताया की मम्मी राशि को लेकर मार्केट गयी हैं, ये बताते हुए पापा का गला रुंध रहा था, मैं ठीक से कुछ समझ नहीं पायी लेकिन उस समय विस्तार जानकारी लेना उचित नहीं समझा. बाद में पता चला की राशी की शादी तय हो गयी है, और मम्मी उसी की तैयारी के सम्बन्ध में गयी थीं.राशी मेरी मम्मी की सबसे पुरानी और प्रिय मित्र, सिन्धु मौसी, की बेटी है. मम्मी और मौसी एक ही कालोनी में बड़े हुएStuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com42tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-76612477383080366862010-06-29T08:51:00.000-07:002010-06-29T08:59:29.263-07:00वो तीन लोगकभी कभी आप अनजाने में ऐसा काम कर लेते हैं जो आप जानते हुए सोच भी नहीं सकते. कल कुछ ऐसा ही मुझसे हो गया या यूँ कहिये की मैंने कर दिया. और उस काम की 'महानता' का मुझे आज सुबह की टीम हडल में पता चला.पिछले हफ्ते घोषणा की गयी थी की सोमवार को हमारे ऑफिस में 'टॉप इक्सेक्यूटीव्स' आने वाले हैं. ऐसी घोषणा का उद्देश्य आपको ये बताना होता है की थोडा तमीज वाले कपडे पहने, अपने डेस्क को साफ़ सुथरा रखें और 'आदमी' Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com41tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-18288750480689794882010-06-24T16:30:00.000-07:002010-06-25T07:35:44.026-07:00सेम टू सेमआजकल जहाँ देखिये वहीँ अंग्रेजी स्पीकिंग सेंटर खुला हुआ है. बड़े शहरों की बात छोडिये, छोटे गाँव देहात में भी जिसे भी थोड़ी बहुत अंग्रेजी आती है, वही क्लास चलता है. मेरे गाँव पर भी शिवाला पर बिसुनधरवा का बेटा क्लास चलाता है. इस बार देख कर आये, बड़ा बढियां चल रहा है छौंड़ा का बिजनेस.बालीवुड के साथ साथ हालीवुड का हउवा भी देख ही रहे हैं, स्पाइडर मैन का मकड़ी-बबुआ बन चुका है जिसमे टोबे मैग्वायेर बोल रहेStuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com30tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-23322335802744082212010-06-23T13:48:00.000-07:002010-06-23T13:56:25.407-07:00आपको यकीन हुआ क्या?आजकल जिस ब्लॉग पे जाते हैं, वहां ये 'ईंडली' वाले पहिले से ही अपना कमेन्ट डाले रहते हैं - नमस्ते,आपका बलोग पढकर अच्चा लगा । आपके चिट्ठों को इंडलि में शामिल करने से अन्य कयी चिट्ठाकारों के सम्पर्क में आने की सम्भावना ज़्यादा हैं । एक बार इंडलि देखने से आपको भी यकीन हो जायेगा । पहले तो इसका मतलब क्या है? जैसे, ब्लोग्वानी और ब्लोग्वार्ता, चिठ्ठा चर्चा इत्यादि तो नाम से ही समझ में आ जाते है, पर ये Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com15tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-45392443913432078832010-06-19T16:09:00.000-07:002010-06-19T23:43:37.522-07:00चार शरीफ लडकियांनिहायत ही शरीफ लोगों का मोहल्ला है मेरा! शरीफ मोहल्ला, शराफत टपकाते हुए लोग और शराफत से लथ-पथ हम चारों.जुलाई का महिना था, तीन दिन से बरसात हो रही थी, हर जगह पानी भर गया था. शाम के समय, मैं, सीमा(मेरी पकिया सहेली), गुडिया दी(सीमा की दीदी) और नीतू दी(मेरी चचेरी दी). हम चारों शाम होते ही किसी एक के घर पे मिलते थे, थोड़ी बतकही, थोड़ी पड़ोसन की चुगली और थोड़ी बहुत बड़ी बड़ी बातें. उस दिन मेरा आठवीं कक्षा Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com36tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-41373058456969955102010-06-16T13:27:00.000-07:002010-06-16T14:23:26.953-07:00अलबर्ट भईया बने भोजपुरी गवईयापब्लिक डिमांड पर पेस है .... अलबर्ट भईया का नयका गीत!Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com23tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-57092390280620779482010-06-13T14:49:00.000-07:002010-06-13T14:55:23.925-07:00अम्मा, पैसे भेज दिए हैं''आप इनसे कोई भी निजी सवाल नहीं पूछ सकते, परिवार, बच्चे किसी के भी बारे में नहीं""अगर ये खुद कुछ बताएं तो?""तो इनकी बातें बहुत ध्यान पूर्वक सुने और उनका ध्यान बांटने की कोशिश करें क्यूंकि आपलोग तो थोड़े देर में यहाँ से चले जायेंगे और इनकी यादें इन्हें जीने नहीं देंगी"शाम के करीब ७ बजे मैं और अंशुल ऑफिस से भागते भागते उस वृधाश्रम के संचालक से मिलने पहुंचे. अगले इतवार को हमारी पहली विसीट था, हम Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com28tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-4776001488603507682010-06-06T14:42:00.000-07:002010-06-06T17:25:48.261-07:00लघुशंका की शंकाबचपन में टी वी पे जो भी देखती थी, वो बनना चाहती थी. पाइलट से लेकर जासूस तक! कई बार तो मैं खुद ही मम्मी की चीज़ें छुपा कर जासूस बन के उन्हें खोजा करती थी. खेल कूद में बचपन से बहुत रूचि रही है. नानाजी और मामा, दोनों ही राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुके थे, इसलिए मेरे मन में भी कुछ कर दिखने की इच्छा थी. क्रिकेट, बैडमिन्टन, कैरम इत्यादी का हमारे घर में वर्चस्व था लेकिन मुझे Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com30tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-14560469250535197122010-06-02T19:32:00.000-07:002010-06-02T21:57:11.524-07:00डेबी की डेस्कडेबी मेरे साथ आई बी एम् में काम करती थीं. वो पिछले १३ साल से आई बी एम् से जुडी हुई थीं, कल उनका विदाई समारोह था. दो वर्ष पहले वो फ्लोरिडा से कोलोराडो ऑन-साईट काम करने के लिए स्थान्तरित हुई थीं. फ्लोरिडा वाला घर बेचा, बच्चों से दूर हुयीं, पोते-पोती और नाती-नातिन से भरा पूरा परिवार छोड़ कर अकेले यहाँ आयीं. अकेले इसलिए क्यूंकि तलाक हो चुका है. यहाँ आकार फिर से नए सिरे से शुरुवात की ही थी की उनके जानेStuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com38tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-52320669164939694392010-05-27T13:06:00.000-07:002010-05-27T16:45:04.520-07:00अलबर्ट बोले भोजपुरीमेरे मित्र अलबर्ट, जो भोजपुरी बोलने का प्रयास कर रहे हैं!यहाँ वो कह रहे हैं - "हमार नाम अलबर्ट हा, हम स्तुति के जोरे काम करी ला"Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com39tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-47814571127646053892010-05-23T19:05:00.000-07:002010-05-24T11:21:53.219-07:00मीटर लोडआजकल मेरे पिताजी बहुत परेशान हैं! घर में बिजली के मीटर का कुछ तो झमेला है, जिसके चक्कर में कई बार बिजली ऑफिस के चक्कर काट चुके हैं. कहते हैं - 'इ ससुरा सब खाली लूटने खसोटने का काम लगवले है' बिजली ऑफिस से पिछले ही हफ्ते कोई घर पे मीटर का लोड निरीक्षण करने आने वाला था, बस फिर क्या था? इतना ही काफी था पापा का घर को सर पे उठाने के लिए. रसोईघर से माइक्रोवेव, टोस्टर, जूसर इत्यादी सब बंक बेड में डाल दिएStuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com23tag:blogger.com,1999:blog-8517685997966144532.post-41696997784555383882010-05-14T12:58:00.000-07:002010-05-14T13:17:25.343-07:00समीर लाल & अनूप शुक्लक्या आप भी मेरी तरह फ़ालतू ब्लोगर हैं? अपने ब्लॉग पे ट्राफिक कम रहने से परेशान हैं? फालोवर की संख्या बढ़ाना चाहते हैं? ब्लॉग जगत में नाम कमाना चाहते हैं? तो घबराईये नहीं...हमारी परचार गाडी के निकट आ जाईये और आप भी लिख डालिए समीर लाल और अनूप शुक्ल का नाम अपने टाइटल में!जी हाँ साहेबान, कदरदान (जो भी गिनती के हैं)!इस जंग में हम सब की तो जैसे निकल पड़ी है! अगर ब्लॉग पे टिपण्णी बढ्वानी हो या "फालोवर" की Stuti Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.com68