आजकल जिस ब्लॉग पे जाते हैं, वहां ये 'ईंडली' वाले पहिले से ही अपना कमेन्ट डाले रहते हैं -
नमस्ते,
आपका बलोग पढकर अच्चा लगा । आपके चिट्ठों को इंडलि में शामिल करने से अन्य कयी चिट्ठाकारों के सम्पर्क में आने की सम्भावना ज़्यादा हैं । एक बार इंडलि देखने से आपको भी यकीन हो जायेगा ।
पहले तो इसका मतलब क्या है? जैसे, ब्लोग्वानी और ब्लोग्वार्ता, चिठ्ठा चर्चा इत्यादि तो नाम से ही समझ में आ जाते है, पर ये ईंडली? ई का है भईया?
अपने ब्लॉग पर इनका कमेन्ट देख कर अच्छा लगा था, फिर तो हर किसी के ब्लॉग पर यही कमेन्ट देखने को मिला.
सबसे मजेदार ये वाली लाइन है - "एक बार इंडलि देखने से आपको भी यकीन हो जायेगा", हो गया बाबा, विशवास हो गया हमलोग को, देखिये हम तो आपका लोगो भी अपने बिलोग पे साट दिए हैं, अब बोलिए.....आगे?
पता नहीं क्या नाम रखे हैं?
ReplyDeleteपहली बार पढ़े थे तो इडली लगा था, बिना सांभर का :)
ReplyDeleteपर आपने गौर किया कि इनकी टिप्पणियों में वर्तनी की कितनी अशुद्धियाँ हैं। पता नहीं पोर्टल कैसे चलायेंगे वो भी हिन्दी का, अगर भाषा पर ही अधिकार नहीं है तो ?
बहुत बड़ा प्रश्न है कि ये हमारी मातृभाषा का अपमान कर रहे हैं या फ़िर तकनीकी रुप से अक्षम हैं, इतनी अच्छी साईट बनायी है इससे साबित होता है कि तकनीकी रुप से तो सक्षम हैं, तो अब ये सोचना है कि ये हिन्दी का अपमान तो नहीं कर रहे हैं।
Ind from Indian
ReplyDeleteLi from Lingua
Indli मतलब भारतीय भाषाएँ । अनुमान ही लगा रहा हूँ। वर्तनी दोष तो अक्षम्य होने चाहिए। अच्छी को अच्ची लिख रहे हैं, हद है।
बहोत अच्ची बात बताई आपने . विवेक जी से १०० % सहमत
ReplyDelete@विवेक जी - जी हाँ, सही कहा आपने, अशुध्धियाँ बहुत हैं. पता नहीं कौन उसका करता धर्ता है.
ReplyDeleteहम बहुत आलसी है(भले ही आलसी का चिटठा गिरिजेश जी चलाते हों) :)..
ReplyDeleteअभी तक जुड़े हैं हैं इससे.. वह खुद ही जोड़ लिया हो तो बात अलग है.
अब ईंडली की कुंडली में क्या लिखा है कौन जाने ? संभव है वर्तनी अशुद्ध है पर मन्तव्य शुद्ध हो ।
ReplyDeleteमैनें भी कल ही चखी थी जी, यह ईंडली और लोगो भी चेप लिया।
ReplyDeleteप्रणाम
As the Indli logo says logo says - 'Links India Likes' so might be its a collection of links.
ReplyDeleteRavi jee ne kuch samay pahle is par analysis karke ek post daali thin:
http://raviratlami.blogspot.com/2010/06/blog-post_21.html
"संभव है वर्तनी अशुद्ध है पर मन्तव्य शुद्ध हो । "
praveen je se sahmati...
agree with pankaj
ReplyDeleteइस को जोड़ तो हमने भी लिया है ! विवेक जी से १०० % सहमत|
ReplyDeleteहमरा पार्किंग लॉट में जगह था त हम इनको भी अस्थान दे दिए... बाकी इनके घर पर जाने का हिम्मत नहीं हुआ... हम ठहरे लिट्टी, चोखा, सतुआ खाए वाला मनई, ई इडली डोसा त बुझाइबे नहीं करता है हमको...
ReplyDeleteजैसे ही खराब हुआ ब्लोगवाणी का कुंडली ,
ReplyDeleteएक दम धचाक से प्रकट हो गया ये इंडली ,
हम भी मार दिए हैं एंट्री इसमें चलने को ,
अब चाहे टूटे कमर , या टूटे हमरी पिंडली,
जोगीरा ..सारारारारा ..होली है ..
'Links India Likes' इसी को छोटा करके इन्डली बना है और अब आगे भी आपको ऐसे ही नाम दिखेंगे क्योंकि बाकि के नामों से तो साइटें पहले ही बन चुकी हैं यानि कि बाकी नामों के डोमेन तो बिक चुके हैं जी.
ReplyDeleteअब स्तुतिपाण्डेय जी का ब्लॉग तो ब्लागस्पाट पर बन चुका है पर कि दूसरी स्तुति आ गयी तो वह क्या इस नाम से ब्लॉग बना पाएगी !!
नहीं ना !!
तो दूसरा विकल्प सोचना और सामने आना स्वाभाविक है. :-)
चलो तुमने इन्डली को फैमस कर दिया ...
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